..क्यूंकि अल्लाह सब जानता है!

– ध्रुव गुप्त

आज ईद है। ईद भाईचारा का सन्देश देती है। आईये इस मौके पर उन आयतों पर ज़रा गौर फरमायें जिन पर अमल कर मानव एक बेहतरीन इंसान बन सकता है:
‘धर्म में कोई बाध्यता नहीं होगी। जो सही रास्ता है, वह गलत रास्ते से अलग है। जिस किसी ने अल्लाह पर भरोसा किया और शैतान की निंदा की, वह अल्लाह के साथ अटूट बंधन में बंध गया। ख़ुदा सर्वत्र व्याप्त है और सब सुनता है।’ (पवित्र कुरआन 2/256)
‘आप किसी का मार्गदर्शन नहीं कर सकते। अल्लाह चाहे तो उनका मार्गदर्शन कर सकता है। सही राह कौन सी है, यह अल्लाह आप सबसे बेहतर जानता है।’ (पवित्र कुरआन /28/56)
‘अल्लाह ने आप में से हर एक के लिए कानून और उस पर अमल करने के तरीक़े बनाए हैं। वह चाहता तो सबको एक ही समुदाय बना देता, लेकिन वह यह देखना चाहता है कि आप अलग विचारों के साथ कैसे रह पाते हैं। इसलिए आप सिर्फ अच्छा काम करने में एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करें। आपमें से हरएक को उसके पास लौटकर जाना है। वही आपको उन चीज़ों की सच्चाई बताएगा जिनसे आप सहमत नहीं थे।’ (सूरत अल-माइदा /48)

आतंक, नफ़रत, धर्मोन्माद और ग़ैरबराबरी से आक्रान्त इस वक़्त में आपसी भाईचारे, प्रेम, मानवीयता और हिंसा से मुक्त एक बेहतर दुनिया की ढेर सारी दुआओं के साथ आप सभी देशवासियों को ईद की बहुत मुबारक़बाद !

अपनी धरती भी वही, अपना आसमां भी वही
न सुख ज़ुदा हैं, न जख़्मों के ख़ानदान अलग !
(फेसबुक वॉल से साभार)

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