पीएम मोदी की जम्मू रैली के दौरान फिदायीन हमले को रोकने के लिए विशेष बल के अधिकारी कैप्टन राकेश को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया
Special Forces’ officer Capt Rakesh, awarded Shaurya Chakra for preventing fidayeen attack during PM Modi’s Jammu rally
Captain Rakesh TR भारतीय सेना के 9वीं बटालियन, पैराशूट रेजिमेंट (स्पेशल फोर्सेज) के एक अधिकारी हैं। वह 24 अप्रैल, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू रैली के दौरान एक फिदायिन हमले को विफल करने के लिए जाने जाते हैं।
कैप्टन राकेश का जन्म 20 अगस्त, 1992 को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में हुआ था। उन्होंने 2014 में केरल विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। उन्होंने 2015 में भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त किया।
कैप्टन राकेश ने अपने सैन्य करियर में कई महत्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया है। उन्होंने जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में भी भाग लिया है।
24 अप्रैल, 2022 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू के सांबा जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने वाले थे। रैली से पहले, सुरक्षा बलों को एक फिदायिन हमले की सूचना मिली। कैप्टन राकेश को इस हमले को विफल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
कैप्टन राकेश ने अपने दल के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई। उन्होंने फिदायिन आतंकवादी को एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में घेर लिया। उन्होंने आतंकवादी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद, कैप्टन राकेश ने आतंकवादी को मार गिराया।
कैप्टन राकेश के साहस और वीरता के लिए उन्हें भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों में से एक, शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
कैप्टन राकेश एक सच्चे भारतीय सैनिक हैं। उन्होंने अपने देश की सेवा में अपनी जान की बाजी लगा दी। वह एक प्रेरणा हैं सभी युवाओं के लिए।